अरे, क्या धरा है पाठशाला में
क्या हमारा सिर फिर गया है ?
पाठशाला जाने से तो अच्छा है खेलना
चलो चलो, जाकर खेलें।…..
रूको जरा, जाकर माँ से पूछते हैं
खेल-कूद, घरकाम या पाठशाला ?
चलो, सारी सखियाँ,
उसकी सलाह लेते हैं।…..
स्वाभिमान से जीने के लिए
पढ़ाई करो पाठशाला की
इन्सानों का सच्चा गहना शिक्षा है
चलो, पाठशाला जाओ।…..
पहला कार्य पढ़ाई, फिर वक्त मिले तो खेल-कूद
पढ़ाई से फुर्सत मिले तभी करो घर की साफ-सफाई
चलो, अब पाठशाला जाओ।…..
पहला कार्य पढ़ाई, फिर वक्त मिले तो खेल-कूद
पढ़ाई से फुर्सत मिले तभी करो घर की साफ-सफाई
चलो, अब पाठशाला जाओ।…..
~ सावित्री बाई फुले, काव्यफूल