विद्या


सुनहरे दिन का उदय हुआ
आओ प्यारे बच्चो
आजहर्ष उल्लास से
तुम्हारा स्वागत करती हूँ आज

विद्या ही सच्चा धन है
सभी धन-दौलत से बढ़कर
जिसके पास है ज्ञान का भंडार
है वह सच्चा ज्ञानी लोगों की नज़रो में

करना है जो काम आज
उसे करो तुम तत्काल

जो करना है दोपहर में
उसे कर लो तुम अभी

पलभर के बाद का काम
पूरा कर लो इसी वक़्त

काम पूरा हुआ कि नहीं ?
न कभी भी पूछती मृत्यु कारण।

~ सावित्री बाई फुले, काव्यफूल